इस हफ्ते का शनिवार (18 अक्टूबर) शनिदेव की कृपा पाने के लिए विशेष लाभकारी है। कारण, इस शनिवार को शनि अमावस्या भी है। जिन जातकों की राशि में शनि की साढ़ेसाती या ढैया चल रही है, उन लोगों को इस दिन शनिदेव की पूजा जरूर करनी चाहिए। इससे उनकी तरक्की में आनेवाली बाधाएं दूर होंगी। अन्य जातक शनिदेव की कृपा प्राप्ति के लिए इन उपायों को कर सकते हैं...
घर में करें शनि यंत्र की स्थापना, रोज करनी होगी पूजा
जिन लोगों पर शनि की साढ़े साती या ढैय्या चल रही है, वह रोज शनिदेव की पूजा करें। यदि मंदिर जाकर पूजा अर्चना करना संभव न हो तो घर में शनि यंत्र की स्थापना करें और रोज पूजन करें।
यदि पूजा अर्चना संभव न हो तो करें यह उपाय
आपके पास समय की कमी या किसी अन्य दिक्कत के चलते यदि पूजा-अर्चना संभव न हो तो आप लोहे का त्रिशूल खरीदकर शनि मंदिर, दुर्गा मंदिर, भैरव मंदिर या शिव मंदिर में दान कर दें।
दान-दक्षिणा का है विशेष महत्व, इनका करें दान
कुष्ट रोगियों को भोजन कराकर दान-दक्षिणा दें। शनि से संबंधित चीजें जैसे, तेल, काला छाता, जूते-चप्पल, कंबल आदि दान करें।
सरसों का तेल अर्पित कर दीया जलाएं
शनि अमावस्या पर मंदिर जाएं और शनिदेव की प्रतिमा पर सरसों का तेल अर्पित करें। साथ ही सरसों के तेल का दिया जलाएं।
पीपल के पेड़ को करें जल अर्पित, लगाएं परिक्रमा
शनिवार को सुबह स्नान करने के बाद मंदिर जाएं और पीपल के पेड़ को जल अर्पित कर 7 परिक्रमा लगाएं। साथ ही तिल के तेल का दीपक जलाएं।
कुंडली और वास्तु के लिए ज्योतिर्विंद अंकुर गुप्ता संपर्क सूत्र +91-7599220949